Friday, October 9, 2009


मुंबई के ५ हवाई अड्डों को रिलायंस के मालिक अनिल अम्बानी को कौड़ी के भाव पर सौंपे जाने के खिलाफ आवाज़ उठायें !!

आसमान छूती महंगाई और बेकारी से पहले ही परेशान और घायल जनता के घावों पर सरकार द्वारा नमक छिड़का गया !!!


मुंबई के पाँच हवाई अड्डों को केन्द्रीय सरकार ने रिलायंस के मालिक अनिल अम्बानी को मात्र ६३ करोड़ रूपयों में ९५ सालों के लिए दे दिए है। सरकार के ही कई विभागों जैसे कि राजस्व विभाग ने इस पर आप्पत्ति जाहिर की हैं। राजस्व विभाग ने कहा है कि सरकारी सम्पति को तीस सालों से अधिक समय के लिए लीज पर दिया ही नहीं जा सकता है। दूसरी तरफ एक दूसरे विभाग ने कहा है कि यह बहुत बड़े घाटे का सौदा है। सरकार कह रही है कि क्योंकि ये हवाई अड्डे काम नहीं कर रहे थे इसलिए इन्हें लीज पर दे दिया गया, जब कि सरकार ने हाल में ही इन हवाई अड्डों पर करोडों रूपये खर्च किए हैं। जाहिर है जनता द्वारा चुनी हुई सरकार जनता की संपत्ति को पूंजीपतियों को सौंपने पर आमदा है। क्या हमें यह मंज़ूर है? क्या हमें इसे मंज़ूर करना चाहिए? अगर नहीं तो आइए मिलजुल कर इसके खिलाफ आवाज़ बुलंद करें और इस पर विचार करें कि जनता द्वारा चुनी यह सरकार आम जनता की है या मुठ्ठी भर धन कुबेरों की है। आसमान छूती महंगाई और बेकारी से पहले ही परेशान जनता के घावों पर नमक छिड़कने वाली सरकार को हमें माफ नहीं करना चाहिए।

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