"आज के सन्दर्भ में रूसी नवम्बर समाजवादी क्रांति का महत्त्व" के सवाल पर कन्वेंशन (सम्मलेन)
२२ नवम्बर २००९ (दिन रविवार): पटना गाँधी संग्रहालय ११ बजे दिन से शाम पाँच बजे तक
आज भारत ही नहीं पूरी दुनिया में आम लोगों के जीवन में भयंकर तबाही मची हुई है। एक बहुत बड़ी आबादी को दो जून की रोटी भी मयस्सर नहीं हो पा रही है। विश्व की लगभग तीन चौथाई आबादी बेकार, भूखे, नंगें और कुपोषित लोगों की फौज में तब्दील हो गई है। ................................